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हरियाणा: सरकारी धान घोटाले में फरार राइस मिल मालिक राजस्थान से गिरफ्तार, SIT ने तेज की जांच

यमुनानगर पुलिस ने सरकारी आवंटित धान में बड़े घोटाले के मामले में चावल मिल मालिक संदीप सिंगला को गिरफ्तार कर लिया है। सिंगला लंबे समय से गिरफ्तारी से बच रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे राजस्थान से ट्रेस कर हिरासत में ले लिया।

डीएसपी राजत गुलिया ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि सिंगला को मंगलवार शाम व्यासपुर उपमंडल की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 8 दिसंबर तक छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।

कई मिलों में धान की भारी कमी, तीन FIR दर्ज

मामला नवंबर 2025 में तब सामने आया जब जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग और हैफेड ने सिंगला और उसकी पत्नी की सात चावल मिलों में बड़े पैमाने पर धान की कमी का खुलासा किया। जांच में पाया गया कि सरकारी आवंटित धान का एक बड़ा हिस्सा रिकॉर्ड में मौजूद था, लेकिन वास्तविक स्टॉक में नहीं मिला।

इस घोटाले के बाद प्रीतनगर, बिलासपुर और छछरौली थानों में तीन अलग-अलग FIR दर्ज की गईं। सिंगला को बिलासपुर थाने की FIR में गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य मामलों में गिरफ्तारी अभी लंबित है।

पत्नी अब भी फरार, संपत्तियों को कुर्क करने की तैयारी

पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि सिंगला की पत्नी उसके साथ नहीं मिली और फिलहाल फरार है। जिला खाद्य एवं उपभोक्ता मामले नियंत्रक जतिन मित्तल ने पहले ही उपायुक्त को पत्र लिखकर दंपति की संपत्तियाँ कुर्क करने की मांग की थी, क्योंकि घोटाले का आकार बेहद बड़ा बताया जा रहा है।

SIT गठित, “घोस्ट पैडी” की पूरी चेन की जांच

घोटाले की गंभीरता को देखते हुए एसपी कमल दीप गोयल ने डीएसपी राजत गुलिया की अगुवाई में एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की है, जो धान के कथित गबन की पूरी कड़ी—आवंटन से लेकर स्टॉक मिलान तक—की जांच कर रही है।

इस वर्ष जिले की 13 मंडियों में 15 नवंबर तक कुल 6,75,384 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है, जो पिछले वर्ष की 6,09,166 मीट्रिक टन खरीद से अधिक है। ऐसे में इस बड़ी खरीद के बीच लाखों क्विंटल धान का गायब होना प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गया है।

जांच जारी है और पुलिस का कहना है कि पूरा घोटाला सामने आने पर राज्य स्तर पर भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।

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